अब तुम!!

वो लम्हे ना भूल पायी मे
जहाँ हमने अपना छोटी सी दुनिया बना लिया
बात तो करते थे नही
शायद दिल से दिल तो मिल ही गया।

जो लफ्ज़ो मे नही कह पायी
ऑंखों ने कह दिया
सुनी तो मे कुछ नही
लेकिन तेरे ऑंखों ने भी सब कुछ कह दिया।

मगर आज तू आसपास है नही
है तो सिर्फ तेरे एहसास 
नही भूल पा रही हूँ तुझे मे 
आके जल्दी से गले लग जा।
                          - चंदना राव 

Comments

Popular posts from this blog

Echoes of Lost Love: A Journey of Regret and Longing